एक ही अभिलाषा थी की जैसे कांग्रेस ने कायस्थ को नष्ट करने का प्रयास किया गया वैसे ही कांग्रेस का सफाया हो- सुभाष श्रीवास्तव
सन् 1952 में जब मैं छ:बर्ष का था। उस समय पूरे यूपी में 28 हजार कायस्थ पटवारी में से 24 हजार पटवारी वर्खास्त किये गये। मेरे पिता जी तथा बाबा जी जो कि उस समय पटवारी थे भी वर्खास्त कर दिये गये। कायस्थ समाज को नष्ट करने का यह एक सोचा समझा षडयंत्र था। हम लोगों का बचपन आर्थिक संकट में गुजरा। उस समय सम्पूर्णानन्द सीयम तथा चरन सिंह रेबन्यू मिनीस्टर थे। उसी समय से मेरे मन में इस अन्याय के प्रति बड़ा रोष है तथा एक ही अभिलाषा थी कि जैसे हमें नष्ट करने का प्रयास किया गया वैसे ही कांग्रेस का सफाया हो। आज इस होली के अवसर पर हमको बड़ी खुशी है कि वह दिन हमको देखने को मिल गया जब कांग्रेस का यूपी से सफाया हो गया। अन्य जगहों से भी सफाया हो रहा है। कांग्रेस मुक्त भारत का मेरा सपना साकार हो रहा है। इस बर्ष की होली की खुशी अविस्मरणीय रहेगी। हम चाहते हैं कि पटवारी शब्द की तरह कांग्रेस पार्टी भी इतिहास का विषय बन जाय।
सुभाष श्रीवास्तव
भड़ास में दिए गए विचार लेखक के अपने हैं कायस्थ खबर का उससे सहमत होना अनिवार्य नहीं है
Kayasth jindabaad