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सम्पादकीय

कायस्थ पाठशाला में कितने पावर सेंटर, अध्यक्ष डा सुशील सिन्हा की बेबसी ने 1977 की जनता सरकार की याद दिला दी है : आशु भटनागर

आशु भटनागर I कायस्थ पाठशाला के चुनाव परिणाम को आए चार मास बीत चुके हैं किंतु इसके नवनिर्वाचित अध्यक्ष डॉ सुशील सिन्हा अभी तक अपने गठबंधन के साथियों के बीच समन्वय बनाने में असफल साबित हो रहे हैं । वर्तमान हालात में डॉक्टर सुशील सिन्हा अपने गठबंधन के प्रमुख चेहरों टीपी सिंह, केपी श्रीवास्तव कुमार नारायण और श्रीमती रतन श्रीवास्तव ...

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सोशल मीडिया ने बेरोजगारों को कायस्थ समाज का नेता बना दिया है, जो खुद दिशाहीन है वो समाज को दिशा कैसे दें

आज सुबह सुबह एक व्हाट्सअप्प ग्रुप में विवाद देखा, हैरानी हुई की कायस्थ समाज के एडमिनो को जोड़ कर बनाये ग्रुप में जंग जारी थी I एक ७० साल के आदमी के लिए ३० साल के लड़के के अभद्र कमेन्ट जारी थे I हमने देखा की ये कमेन्ट इसलिए थे की वो बुजुर्ग एक कायस्थ समाज के युवाओं की शादी ...

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कायस्थों को माँ बहन की गालियाँ, गोली मार देने वाले कायस्थवाद की बात करते है, ऐसे में कायस्थ खबर बंद कर देने का मन करता है

आज मन दुखी है I क्योंकि गालियाँ और जान से मारने की धमकी किसी कायस्थ से इसलिए मिली है क्योंकि कायस्थों के ऐतिहासिक तथ्यों  और भगवान् चित्रगुप्त के अवतरण से सम्बंधित जानकारी पर उनकी भ्रमित जानकारियों पर सवाल उठाये I जबाब में उन्होंने सवालों को बेतुका बताते हुए  ग्रुप से हटा दिया I इसके बाद हमने उनको पूछा की चंद्र्सेनिये ...

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आपातकाल विशेष : कायस्थ बाहुल्य सीटों से आने वाले कायस्थ नेता निकम्मे साबित हुए हैं – आशु भटनागर

आज ही के दिन 25 जून, 1975 को देश में आपातकाल घोषित कर दिया गया था I आज का दिन देश में किसी भी तरह की तानाशाही को स्वीकार ना करने का दिन है I ऐसे में जिस आपातकाल के खिलाफ कायस्थों ने तब आवाज़ उठाई वो आज राजनीती में कहाँ है ? क्या वो आज कुछ कर पा रहे है ...

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चुनाव ख़तम, कायस्थ प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला अब २३ को, अब समाज से होंगे सवाल

कायस्थ खबर डेस्क I देश भर में ५ हफ्तों से लम्बे चले चुनाव का समापन १९ मई को हुए आखरी मतदान से हो ही गया I इसके साथ ही हिंदी भाषी बेल्ट की राजधानियों से खड़े हुए कायस्थ प्र्याशियो के भाग्य का फैसला भी २३ मई को पता चलेगा I इन चुनावों में उत्तर भारत हिंदी भाषी बेल्ट में कायस्थों ...

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कायस्थ समाज में बदलाव की ज़रूरत है, कायस्थों को छोड़ बीजेपी को समर्थन करने वालो कायस्थों का सामजिक बहिष्कार शुर कीजिये

कायस्थ खबर डेस्क I देश में चुनाव चल रहे है I देश भर के कायस्थ अपनी अपनी पसदं के राजनैतिक दलों के लोगो पसंद नापसदं कर रहे है , यही लोकतंत्र है I लेकिन बीते कुछ दिनों में हमने देखा की जातिवादी सक्षमता के पुरोधा बनते रहे है कई कायस्थ इन दिनों मोदी या राहुल के गुण गा रहे है ...

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सम्पादकीय : २०१९ की राजनीती की बिसात पर गायब कायस्थ समाज, जानिये क्या करे कायस्थ समाज

२०१९ की चुनावी बिसात बिछ चुकी है I हमेहा की तरह कायस्थ समाज के सोशल मीडिया वीर और सामाजिक संगठनों के स्वयंभू नेता अपने अपने संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने का दावा करते हुए नजर आने लगे है I सभी पार्टियों से कायस्थों को टिकट देने पर ही वोट देने की अपील्स का दौर भी आने वाला है और उसके ...

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कायस्थ पाठशाला चुनावों के परिणामो ने सुबोध कान्त सहाय गुट के मुकाबले रविनंदन सहाय गुट की समाज में बेहतर पकड भी साबित की

आशु भटनागर I कायस्थ समाज के सबसे पुराने आफिश्याली संगठन होने का दावा करने वाले सुबोध कान्त सहाय गुट की राष्ट्रीय कार्य कारनी की बैठक की खबरे सोशल मीडिया में आयी I जिसके बाद ऐसा लग रहा है की जैसे ये संगठन कायस्थ समाज का असली प्रतिनिधित्व करता है I लेकिन ज़मीनी हकीकत इसके उलट है I कायस्थ खबर के ...

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पदलोलुपता के लिए आपसी नफरत और कानूनी मुक़दमेबाजी, बस यही है अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की कहानी – आशु भटनागर

आशु भटनागर  I अखिल भारतीय कायस्थ महासभा, इस नाम को सुन कर ऐसा लगता है जैसे ये कोई बहुत विशाल  संस्था हो या कायस्थों के एक बड़े वर्ग का प्रतिनिधित्व करती हो I लेकिन वस्तुस्थिति एक दम उलट है I असल में ८० के दशक में मैनपुरी से पंजीकृत हुई अखिल भारतीय कायस्थ महासभा बस नाम की ही कायस्थों की ...

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रविवार विशेष : कायस्थ समाज के सफल उधोगपति अपना CSR कायस्थ समाज के कामो में लगाए

कायस्थ खबर डेस्क I कायस्थ समाज के युवाओं और सामाजिक नेताओं को अक्सर एक बड़ा चैलेन्ज रहता है की उनके पास समाज हिट के कार्यक्रमों को फंडिंग करने वाला कोई नहीं है I अन्य समाज के उधोगपति  कायस्थ समाज के लिए कुछ करना नहीं चाहते और कायस्थ समाज के उधोगपति दिखाई नहीं पड़ते है ऐसे में कायस्थ समाज में कितने ...

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