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अनकही

मुद्दा : लाल बहादुर शास्त्री जी के पुत्र होने के अलावा अनिल शास्त्री जी का समाज में योगदान क्या है ?

आज एक पोस्ट दिखा जिसमे हमारे देश के दुसरे प्रधानमंत्री  लाल बहादुर शास्त्री जी के सपुत्र अनिल शास्त्री जी को उनके जन्मदिन की बधाई दी गयी थे I बहुत सोचने के बाद मैंने सोचा की आखिर अनिल शास्त्री जी का कायस्थ समाज बल्कि यूँ कहूँ की सर्व समाज में भी राजनैतिक सामाजिक योगदान क्या है ? अनिल शास्त्री जी कांग्रेस ...

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नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जयंती – सार्वभौम शक्तिशाली भारत के स्वप्नद्रष्टा नेताजी को नमन!!

23 जनवरी, 1897 को एक स्वप्न मुस्कराया था। आज से एक शताब्दी पूर्व नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के जन्म के समय भारतमाता ने अपने अभ्युदय की आशाएँ सँजोई थी। भारत के राष्ट्रीय संघर्ष की ज्वालाएं उनके अस्तित्व में धधकती दिखाई दीं। वे सच्चे अर्थों में राष्ट्रपुरुष थे। उन्होंने राष्ट्रनिर्माण का स्वप्न देखा था। अपनी मनोभावनाओं को व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा ...

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समाजसेवा में किसी की मृत्यु या हत्या भी सेल्फी के साथ प्रचार का माध्यम बन गयी है – अतुल श्रीवास्तव

आज एक खबर पर नजर पड़ी कि गोरखपुर मे किसी कायस्थ बंधु की नृशंस हत्या कर दी गई हमारी तरफ से उन को श्रद्धांजलि.. ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे ?? अब आते है खबर पर उसमे दिया था कि फला संगठन के फला फला पदाधिकारी गण उनके अंतिम संस्कार मे संम्लित हुए.. उसको पढकर ऐसा लगा जैसे उस ...

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निकाय चुनाव उत्तर प्रदेश में कायस्थों के लिए हैं सुनहरा मौका.. बस आधारहीन कायस्थ नेताओं से रहे दूर तो होगी राहे आसान

कायस्थ खबर डेस्क I उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनावों के फ़ौरन बाद ही निकाय चुनावों के आ जाने से प्रदेश में फिर से चुनावि समर शुरू हो गया है I और सबसे बड़ी बात है की इन चुनावों में कायस्थ समाज के लोगो के लिए अपनी राजनीती शुरू करने का बेहतरीन अवसर भी है I वस्तुत निकाय चुनाव आपकी ...

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पैसे की चमक से बनते समाज सेवी कायस्थ समाज को क्या दे पायेंगे ? उनका एजेंडा समाज नहीं बल्कि अपना उत्थान है

आशु भटनागर I बीते दिनों लखनऊ में एक बड़ा कायस्थ  सम्मलेन हुआ I कहने को ये कार्यक्रम वहां की समन्वय समीति के नाम से थी लेकिन जब मंच सजा तो पैसे की चमक दमक के पीछे के समाज की मज़बूरी के पैबंद भी नजर आने लगे I लखनऊ में पैसे की नुमाइश के बलबूते इतना बड़ा कार्यक्रम शायद ही हुआ ...

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प्रेरकप्रसंग : कोई फर्क नही पड़ता कितनी बार हमारा अपमान होता है, फ़र्क़ सिर्फ इस बात से पड़ता है कि हम उन सबका सामना किस प्रकार करते हैं

समाज में मान -अपमान , एक दुसरे को नीचे दिखाने या बदला लेने जैसी तमाम बातें चलती रहती है लोग समाज के लिए एक होने की जगह अपने ही अहंकार और प्रतिष्ठा की लड़ाई को मुख्य बनाए रखते है और ऐसे में समाज हिट की बातें कहीं पीछे चली जाती है , आज पूर्व प्रधान मंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी ...

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शक्ति आराधना एवं विजया दशमी के अवसर पर आपसे दो शब्द – महथा ब्रज भूषण सिन्हा

हम अपने संस्कृति के प्रसिद्ध त्योहार दुर्गा पुजा एवं विजया दशमी का त्योहार मना रहे हैं। नौ दिन तक हम शक्ति की अराधना करते हैं तत्पश्चात, आसुरी शक्तियों पर विजय का पर्व विजयदशमी मना कर आनेवाले वर्ष के लिए एक असीम ऊर्जा से भर जाते हैं। एक संतोष एवं आत्मविश्वास हमारे मन मे उदित हो जाता है जिससे हम नित्य ...

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आखिर क्यों हमारा कायस्थ समाज दिग्भ्रमित हो रहा है – ललित सक्सेना

आखिर क्यों हमारा कायस्थ समाज दिग्भ्रमित हो रहा है आखिर क्यों ना कोई एक बैनर जो की पुरानी को पारिवारिक हो और जिसे कायस्थ समाज समझता हूं और मजबूत किया जाए किसी उद्देश्य के साथ मेरे द्वारा आज से 1 वर्ष पूर्व अखिल भारतीय कायस्थ महासभा 5680 पंजीकृत संस्थान में प्रदेश प्रभारी के रूप में राजस्थान में एक पद लिया ...

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कई गुटों के बाद ABKM भारत बनाने की मुहीम क्या कायस्थ समाज को हमेशा भ्रमित रखने की सोच है

कायस्थ खबर ब्यूरो I कायस्थ समाज में छुटभैयों नेताओं की महत्वाकांक्षा ने समाज को ऐसे चोराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है जहाँ से समाज के आगे बढ़ने की संभावनाए ख़तम ही हो जाती है I व्हाट्सअप्प ग्रुपों की तर्ज पर बनते इन कायस्थ संगठनो की हालत समाज मेकिसी से छुपी नहीं है , किसी ना किसी राजनैतिक दल के ...

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रविवार विशेष : कायस्थ समाज में अमीर और गरीब कायस्थ के बीच की खायी बढ़ रही है

आशु भटनागर I कायस्थ समाज में संगठनो की लड़ाई के बाद युद्धविराम का दौर है I आरोप प्रत्यारोप अब पुरानी बात होते जा रहे है जो की निश्चित ही एक अच्छा संकेत है , समाज में पवित्र समाजसेवी और स्वयंभू नेता हाशिये पर जा चुके है I  लेकिन समाज में इस शान्ति के बड़े मायने खोजने की ज़रूरत है दरअसल ...

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