सिलवासा में मरे बिहारी मजदूर कायस्थ के परिवार को आखिरकार मिला मुआवजा, परिवार ने सुरेन्द्र कुलश्रेष्ठ का जताया आभार
कायस्थ खबर डेस्क I बिहार से मजदूरी करने सिलवासा गए एक कायस्थ मजदूर की फैक्ट्री में दुर्घटना में मौत की घटना सबको याद होगी I परिवार इस के लिए इन्साफ को लेकर बिहार से लेकर सिलवासा तक कई नेताओं के यहाँ गुहार लगाया था I जिसके बाद कायस्थ सिंघम के नाम से प्रसिद सुरेन्द्र कुलश्रेष्ठ ने उस समय फैक्टरी मालिक से लेकर प्रधान मंत्री तक से पत्र लिख कर मृतक मजदूर के परिवार के लिए उचित मुआवज़े तथा बच्चो की पदाई की माग की थी I
कायस्थ खबर ने जब इस घटना पर जांच शुरू की तो अब पता चला है की सुरेन्द्र कुलश्रेष्ठ के प्रयास रंग लाये है I कम्पनी ने परिवार को अब तक लगभग १० लाख का मुवावजा (जिसको की पत्नी और बच्चो के नामा से फिक्स डिपाजिट कर दिया ) मिला है I साथ ही पेंशन भी जल्द ही शुरू होने की वाली है
इसके साथ ही बच्चो की पदाई लिखाई की ज़िम्मेदारी भी पेंशन के साथ ही पूरी की जायेगी I कायस्थ खबर ने जब इस बारे में सुरेन्द्र कुलश्रेष्ठ से बात की तो उन्होंने कहा
हर कायस्थ परिवार उनका परिवार है चाहे वो कसी भी प्रदेश का हो या फिर किसी भी प्रदेश में हो और उसकी मदद के लिए उनसे जितना संभव हो पाटा है वो करते है I उस समय चूँकि डाक्टर ने खुद उनको भी उनकी बीमारी के चलते कहीं भी जाने से मन किया हुआ था तो भी उन्होंने उसके लिए पत्र लिख कर सारी कार्यवाही की माग की थी साथ ही कहा भी था की अगर नियत समय में कुछ नहीं हुआ तो वो सिलवासा जाकर ही उसकी लड़ाई लड़ेंगे I
यहाँ तक कि जब हम लिखा पढ़ी की कार्यवाही कर रहे थे तो समाज के कुछ लोग हमें हतोउत्साहित भी करते थे कि ऐसी लिखापढ़ी से कुछ नही होता,ऐसे हज़ारों प्रार्थनापत्र PMO में व अन्य मंत्रियों के ऑफिस में रोज आते है कुछ होने वाला नहीं ।
परन्तु स्वामी विवेकानद जी की कही वो बात याद आयी कि लगातार चलते रहने से मंजिल अवश्य मिलती है ।
मुझे अत्यंत खुसी का एहसास हो रहा है कि में लगारहा तो किसी को न्याय दिला पाया ।भगवन चित्रगुप्त की इस न्यायोच्युत कृपा हेतु कोटि कोटि नमन ।
“जहां चाह है वहां राह है “और नेता वहीं है जो
उदाहरण बने। मैं इस उत्तम कार्य के लिए श्री सुरेन्द्र जी की प्रशंसा करता हूं एवम अचछे स्वास्थ्य के लिए ईश्वर से कामना ,-धनयवाद सुभेक्ष रवीन्द्र कुमार।।