कायस्थ खबर डेस्क I कायस्थ खबर कायस्थ पाठशाला के अध्यक्ष के लिए चुनाव को लेकर पूरी सीरिज शुरू कर रहा है I २०१८ में होने वाले चुनावों को लेकर तमाम दावेदारों और उनके समर्थक विरोधियो के पक्ष इस सीरीज में सामने लाये जायेंगे I
आज का मुद्दा कायस्थ पाठशाला के संभावित प्रत्याशी डा विवेक कुमार से इलाहबाद निवासी रविन्द्र श्रीवास्तव के सवालों पर है I
डा0विवेक जी मैं आपको बताना चाहता हूँ 1970, के पूर्व ट्रस्ट मे जो भी अध्यक्ष हुए उनके परिवार के कोई भी सदस्य के0पी0ट्रस्ट मे 1970 केचुनाव मे कोई भागीदारी नहीं किया के०पी०ट्रस्ट चुनाव मे एक विशेष परिवार ने भागीदारी लेना शुरु किया जब इसकी आवश्यकता समझा ।चुनाव तो होना था ।तब से लगातार एक विशेष परिवार आज तक चुनाव मे भागीदारी करता है । एक विशेष परिवार कादान भी शामिल है आप उसको नकार नहीं सकते । आज की तरह चुनाव र्वष1970के पहले नहीं हुआ करता था न ही भारी धन खर्च होता था । औ नही आज की तरह चुनाव के पूर्व कटू वाणी का प्रयोग होता था। इस चुनाव का प्रचार के लिऐ न कोई शोसल मिडिया या अन्य प्रचार होता था बहुत अनशासित तरिके से चुनाव होता था । आपने पूर्व और पराजित एक अध्यक्ष और एक विशेष परिवार के बारे गदे और कड़ुआ वचन कहना शुरु कर दिया जो एक डा0और कायस्थ जाति के लिऐ शोभा नहीं देता आप एक विशेष के लिऐ कह रहे उनकी प्रतिष्ठा और शान आज इलाहाबाद मे ं ही नहीं पूरे देश में चमक रही है आपके कहने से कोई असर नहीं होगा आप अपना चुनाव लड़े लेकिन मंर्यादा मे लड़े यह लोकतंत्र है । आपने यह कहा एक विशेष परिवार र्वष1970के पूर्व कोई अध्यक्ष नहीं रहा मै पूछना चाहता आपके पूर्वज ट्रस्टी रहे या अध्यक्ष का चुनाव लड़े। आप को र्वष1998 के पूर्व ट्रस्ट के इतिहास मे जीरो थे । आप कार्यकारिणी का चुनाव लड़ने के लिऐ सबसे पहले कर्मचारी नेता लेकर मेरे पास आऐ और मैने आपको लेजाकर कोठी मे मुलाकात छोटे भाई जितेंद्र नाथ सिंह से मिलवाया और और मुझे पूरे चुनाव अपनी मारूति वैन से लेजाते थे । मेरे और छोटे भाई जितेंद्र नाथ सिंह के ताकत से सबसे ज्यादा मतो से कार्यकारिणी सदस्य के जिताया था। आज आप हमको और एक वशेष परिवार को पाठ पढ़ा रहे हैं । डा०विवेक याद रखना यदि आपके चरित्र पर आँच आएगी तो भी मैं अवश्य बोलूँगा । अंतमै आप यह पूछना चाहता 1970के पहले से एक विशेष परिवार से क्या मतलब । क्या आप पूरे ट्रस्ट के सुधारक है या आपने के0पी0ट्रस्ट के सुधारने का ठेका ले रखा है । आप के0पी0ट्रस्ट का चुनाव लड़ने और हारने से आपको दूशरे लोगो को शिक्षा देने का अधिकार मिल गया है । आप के निगाह में सभी ट्रस्ट के सदस्य और अध्यक्ष बेईमान और भ्रष्ट है केवल आप एक ईमानदार है । आप खुद बेईमान और घूषखोरी काधन सरकारी नौकरी में कमा य रहे तभी तो आप चुनाव के लिऐ पाँच र्वष तक पानी की तरह खर्च करते । क्या अपने वेतन से इतना खर्च करते है । मैं आपका हर प्रश्न का उतर देने कू लिए तैयार हूँ ।