कायस्थ खबर वीके निगम द्वारा जारी दोनों सन्देश प्रकाशित कर रहा है
अ.भा.का.म.स.रोहतक ईकाई के सभी सम्मानित सदस्यों को मेरा सादर नमन।आपसभी ने कल अध्यक्ष पद से जबरदस्ती निष्कासित किये गये हर्ष कुलश्रेष्ठ,जोअपने आपको बहुत पढ़ा लिखा समझते हैं वो पुनः अपने अहम और जिद्दी स्वभाव की नुमाइश करने के लिये दुबारा अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ कर जीतने का सपना देख रहे हैं।समाज के अधिकतर सदस्य मुझसे व मेरे स्वभाव से अच्छी तरहसे परिचित होंगे।मैने(वी.के. निगम)भी मेरे इसी समाज के स्नेही बन्धुओ के स्नेहिल आग्रह का सम्मान करते हुऐ अन्तिम क्षणों में अध्यक्ष पद के लिये नामांकन पत्र भर दिया,यह सोच कर कि पूर्व अध्यक्ष द्वारा समाज को तोड़ने का,एक दूसरे के अन्दर नफरत और बुराई व असम्मान करने की भावना भरने का जो घृणित वातावरण बनाया,उसे दूर कर आपस में एक दूसरे के प्रति स्नेह व सम्मान की भावना उत्पन्न करने तथा विश्वास जगा कर पूरे समाज में एक स्वच्छ वातावरण बनाना था,ताकि हमारा कायस्थ समाज संगठित रहे।इन पूर्व अध्यक्ष महोदय ने आज ग्रुप में जो लिखा वो उनकी घटिया मानसिकता का प्रत्यक्ष सबूत है-- "आज शाम 8.00 बजे के करीब अपने पारिवारिक मुलाकात के रूप में श्री सन्तोष सिन्हा तथा श्री मनीष खरे मेरे घर आये.ये दोनो रात 8.55 बजे मेरे घर से गये"और 8.58 बजे इन सभ्रांत लगने वाले पूर्व अध्यक्ष ने अपनी जासूसी का कमाल दिखा कर व्हाट्स ग्रुप पर डाल दिया।और पता नहीं मेरे बारे में अनर्गल बकवास समाज के लोगो के बीच में फैला रहा है,कुछ अपने चाटुकारों को "अच्छे दिन आयेंगे" का सपना दिखा रखा है। जिस पूर्व अध्यक्ष को समाज ने उसके गलत कार्यों की बजह से पद से निष्कासित कर दिया था,अगर समाज का प्रबुध्द वर्ग इस व्यक्ति को दुबारा अध्यक्ष पद के लिये लिये चुनता है, तो समाज बिखर जायेगा,टूट जायेगा और इतना ही नहीं यह पूरे समाज के मुँह पर एक तमाचा होगा,क्योंकि यह कहेगा कि मुझे दुबारा चुन कर समाज ने मेरे द्वारा किये गलत कार्योंको सही माना है। अतः मैं सभी सम्माननीय सदस्यों से विनम्र निवेदन करता हूँ कि समाज को एक जुट रखने तथा समाज में कुछ रचनात्मक कार्य हों,इसलिये अपने विवेक से बहुत ही सोच समझ कर ऐसे व्यक्ति को वोट दें जो रोहतक कायस्थ समाज के प्रति निष्काम भाव से समर्पित हो कर काम करे। निष्कासित किये गये पूर्व अध्यक ने मेरे घर की जासूसी कर के अपनी घटिया मानसिकता को जो परिचय दिया है,उसने मुझे यह सब लिखने को बाध्य किया है,मैं उसके स्तर तक नहीं गिर सकता। मैं जानता हूँ की यह शख्स या इसके चाटुकार मेरे इस संदेश के बार मेंअवश्य ही कुछ ना कुछ जरूरलिखेंगे।पर यह मेरा इस प्रकार काआखिरी संदेश है।अगर कुछ अनुचित लिखा हो या इससे मेरे किसी सम्मानित कायस्थ भाई को दुःख पहुँचा हो तो बड़ी हीविनम्रता से क्षमा मांगता हूँ। जय चित्रगुप्त भगवान जय चित्रांश। आज जारी की पोस्ट अ.भा.का.म.स.रोहतक इकाई के सभी सम्मानित सदस्यों को यह जानकारी दे रहा हूँ कि अपनी व्यक्तिगत समस्याओं के कारण मैंने(विनोद कुमार निगम)श्री मनोज भटनागर के पक्ष का समर्थन करते हुऐ "अध्यक्ष-पद"के चुनाव से अपना नामांकन वापस ले लिया है।कृपया श्री मनोज भटनागर अपना अमूल्य वोट देकर भारी मतों से विजयी बनायें धन्यवाद।