Home » मुख्य समाचार » केपी बनाम टीपी की लड़ाई पहुंची अब नेक्स्ट लेवल पर  : कायस्थ पाठशाला से वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद से कुमार को अध्यक्ष डॉ सुशील ने हटाया

केपी बनाम टीपी की लड़ाई पहुंची अब नेक्स्ट लेवल पर  : कायस्थ पाठशाला से वरिष्ठ उपाध्यक्ष पद से कुमार को अध्यक्ष डॉ सुशील ने हटाया

बीते सप्ताह भाजपा एमएलसी केपी श्रीवास्तव और वरिष्ठ अधिवक्ता टीपी सिंह के बीच हुई तू तू मैं मैं और उसके बाद केपी श्रीवास्तव के ड्राइवर द्वारा टीपी सिंह और प्रवक्ता के साथ हुए अभद्र व्यवहार के समाचार मीडिया में आने के परिणाम अब दिखने लगे हैं । शुक्रवार को अब भूतपूर्व हो चुके वरिष्ठ उपाध्यक्ष कुमार नारायण ने स्वयं सोशल मीडिया पर डॉक्टर सुशील सिन्हा द्वारा उनको तत्काल प्रभाव से कायस्थ पाठशाला के वरिष्ठ उपाध्यक्ष से हटाए जाने के सभी ऑर्डर डालते हुए इसकी जानकारी दी । कुमार ने लिखा कि जब दीप बुझाता है, तब लो बहुत तेज हो जाती है कायस्थ पाठशाला में अति शीघ्र बदलाव दिखेगा ।

कायस्थ पाठशाला के सूत्रों की माने तो डॉक्टर सुशील सिन्हा ने कुमार नारायण को हटाने का आधार उनके दो महीने से कार्यालय ना आने को बनाया है आपको बता दें कि दो माह पूर्व कुमार नारायण की नाम पट्टिका कुछ लोगों ने उखाड़ दिया था । जिसको लेकर यह दावा था कि वह कायस्थ पाठशाला के अध्यक्ष डॉ सुशील सिन्हा के इशारे पर ही किया गया है उसके बाद कुमार नारायण ने अपना दुख प्रकट करते हुए इसकी पुष्टि भी की थी और तभी से कुमार नारायण ने कायस्थ पाठशाला के कार्यालय में जाना छोड़ दिया था ।

ऐसे में अब ₹100 की सदस्यता को लागू करने के क्रम में अपने कितने शुभचिंतकों की बलि डॉक्टर सुशील सिन्हा लेने वाले हैं, कुमार नारायण के बाद टीपी सिंह कैंप के और कौन-कौन पदाधिकारी का इस पाठशाला से बाहर होने वाले हैं  ये आने वाले दिनों में देखेंगे हम कायस्थ ।

हमने वोट दिया है एक डॉक्टर को
पछता रहे है .. वोट हमारा था
हमने डाला था, तुमको डाला था
हमने वोट दिया है एक डॉक्टर को
कल तुमने जो हमसे वादे किए थे ..
कहां है कहां है कहां वो वादे ..
कल तुमने जो विधवा पेंशन बढ़ाने की खाई थी कसमें
कहां है कहां है कहां है वो कसमें
ना इतरायाइए, ना छुप जाइए
बस हम पर मुस्कुराइए क्योंकि वोट हमारा था, हमने डाला था
हमने वोट दिया है एक डॉक्टर को
पछता रहे है .. वोट हमारा था
ए अध्यक्ष तुमको चुना था हमने
जरा याद कीजे वो बाते चुनावी
कोठी के खिलाफ तुम उम्मीद थे हमारी
मगर आज बदली हुई है कहानी …
ये क्या हो गया ये क्यों हो गया
समझ ना सका, वोट हमारा था
हमने वोट दिया है एक डॉक्टर को
पछता रहे है .. वोट हमारा था

और अंत में अगर आप कायस्थ खबर की कायस्थ समाज के प्रति जुडी जागरूकता की इस मुहीम का समर्थन करते हैं तो इसको चलाने के लिए आवश्यक वार्षिक आर्थिक सहयोग(501 से 5001 रूपए) हमें यूपीआई के माध्यम से दे सकते हैं । आप हमे अपना आर्थिक वार्षिक सहयोग UPI: Kayasthakhabar@dbs पर कर सकते है और उसका स्क्रीनशॉट 9654531723 पर व्हाट्सएप कर सकते है । अगर कायस्थ व्यापारी, कायस्थ संगठन अपने संस्था या इवेंट का अपना सशुल्क विज्ञापन कायस्थ खबर पर देकर देश के लाखो कायस्थों तक पहुंचना चाहते है तो भी हमें संपर्क कर सकते है

आशु भटनागर : प्रबंध संपादक कायस्थ खबर

आप की राय

आप की राय

About कायस्थखबर इन्टरनेट डेस्क

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

*