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संगठन से बड़े होते समाजसेवी : रास्ट्रीय कायस्थ महापरिषद के वीपी श्रीवास्तव और गौरव श्रीवास्तव को हटाने की खबरे चर्चा में
कायस्थ खबर देश I राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद में कई दिनों से चल रही चर्चाये अब खुल कर बाहर आने लगी है I मंदिर निर्माण में सहयोग के नाम पर राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद से अलग दिल्ली के एक कार्यक्रम संचालक और मेडिकल विंग की संयोजिका के साथ नए समीकरणों के चलते महापरिषद में कुछ सवाल उठ रहे थे , जिसके चलते लगभग १५ दिनों से जिन खबरों को दबाया जा रहा था वो अब अलग अलग रूपों में बाहर आने लगी है I सूत्रों की माने तो पिछले दिनों रास्ट्रीय कायस्थ महापरिषद् में जबरदस्त लाबिंग और गुटबाजी की घटनाएं हुए I संगठन ने वरिष्ठ पदाधिकारी वीपी श्रीवास्तव और आईटी सेल प्रमुख गौरव श्रीवास्तव की संगठन के समानांतर अन्य गतिविधियों पर जब सवाल उठाये तो दोनों ने कोई संज्ञान नहीं लिया I जिसके बाद रास्ट्रीय कायस्थ महापरिषद कार्यकारणी ने एक सर्कुलर में आई टी सेल को बर्खास्त कर दिया और गौरव श्रीवास्तव और वीपी श्रीवास्तव को पदों से हटाने की संतुति की I जिसके जबाब में वीपी श्रीवास्तव के इस्तीफे की भी खबरे आयी जिसको समीति ने तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया
हालांकि इस्तीफे की पुष्टि के लिए कोई भी पदाधिकारी अभी सामने आ कर खुल कर बोलने को तैयार नहीं है I राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया की ऐसी कुछ घटना हुई तो है लेकिन चूँकि राष्ट्रीय अध्यक्ष कुमार संभव के पुत्र का विवाह २८ सितम्बर को है इसलिए इस बारे में कोई भी आधिकारिक ब्यान अक्तूबर में आगरा में होने वाली बैठक के बाद भी दिया जा सकेगा I गौरतलब है की १८ अक्तूबर को आगरा में राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद की बैठक प्रस्तावित है लेकिन इस घटनाक्रम के बाद इसके होने पर भी प्रशनचिह्न लग गया है I
उधर कायस्थ खबर को मिली जानकारी के मुताबिक़ जितने व्हाट्सअप्प/फेसबुक ग्रुप वीपी श्रीवास्तव और गौरव श्रीवास्तव चला रहे थे उन्हें भी इस घटना के बाद राष्ट्रीय कायस्थ महापरिषद से बदल कर राष्ट्रीय कायस्थ विचार मंच कर दिया गया है ऐसे में इस बात केओ को बल मिलता है की वीपी श्रीवास्तव एक बार फिर अपने इतिहास को दोहराने जा रहे है , पूर्व में गाज़ियाबाद में भी वैवाहिक सम्मलेन करवाने वाले कायस्थ समाज के संगठन से ऐसे ही आरोपों के बीच वीपी श्रीवास्तव अलग हुए थे और बाद में अपना अलग एक वैवाहिक सम्मलेन करवाने मुहीम शुरू कर दी दी थी