व्यक्तित्व : जब तक मैं प्रधान मंत्री रहूँ उस कम्पनी मे कार्य मत् करना – ईमानदारी शास्त्री जी से सीखे कोई
लाल बहादुर शात्री जब प्रधानमंत्री बने , उस समय उनका बड़े बेटे हरिकृष्ण शास्त्री अशोका लेलेंड कम्पनी मे कार्यरत थे | शास्त्री जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद तुरंत उस कंपनी ने हरिकृष्ण को पदोन्नति देकर सीनियर जनरल मेनेजर बना दिया |
एक दिन प्रातः काल अल्पाहार करते हुए हरिकृष्ण ने इस पदोन्नति के बारे मे बताया |
सुनते ही शास्त्री जी गंभीर हो गए त्तथा उन्होंने कहा कि यह पदोन्नति तुम्हारे कार्य को देख कर नहीं अपितु मेरे प्रधानमंत्री बनने के कारण हुई है |
अब अगर कभी अशोका लेलैंड कम्पनी का कोई काम पड़ा तो उसे करवाने के लिए मेरे पास आयेंगे |
यदि मैंने न्याय संगत सहायता भी की , तो भी लोग क्या सोचेगे तथा तुम्हारे साथ कम्पनी मे काम करने वाले लोग भी इस बारे मे क्या सोचेंगे ?
पुनः शास्त्री जी ने कहा कि हरिकृष्ण , तुम तुरंत उस कम्पनी को अभी अपना त्यागपत्र भिजवा दो
और जब तक मैं प्रधान मंत्री रहूँ उस कम्पनी मे कार्य मत् करना |
हरिकृष्ण जी ने उसी दिन अपना त्यागपत्र भिजवा दिया ............................
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ऐसे थे हमारे शास्त्री जी ...........
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कोटि कोटि नमन !