“कायस्थवृन्द”के प्रति शंका करने के बजाये विश्लेषणात्मक समीक्षा करना समीचीन होगा: योगेन्द्र श्रीवास्तव के आरोपों पर बोले धीरेन्द्र श्रीवास्तव
प्रसिद्ध कायस्थ मीडिया पोर्टल " Kayastha Khabar "के माध्यम से अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के एक पदाधिकारी को प्रश्न उठाने के पूर्व जानना चाहिये था कि "कायस्थवृन्द" कोई संगठन अथवा संस्था नही है बल्कि सामूहिक नेतृत्व की अवधारणा है जिसमें विभिन्न कायस्थ संस्थाओ/संगठनो के पदाधिकारियो,विभिन्न संस्थाओ व संगठनो के कायस्थ पदाधिकारी, व्हाट्सेप तथा फेसबुक के पेजो व ग्रुपो के संस्थापक एडमिन तथा सक्रिय कायस्थो को सम्मिलित कर कायस्थ एकता व विकास सम्बधी विषय विशेष पर सर्वसम्मति बनाने का प्रयास किया जाता है।
" कायस्थ वृन्द" कायस्थ संस्थाओ की सुदृढ़ता व उनके द्वारा आम कायस्थ से सीधे सरोकार रखने का प्रबल समर्थक है,अतः यह चिन्ता करने की आवश्यकता किसी को नही है कि "कायस्थवृन्द" किसी संस्था के पदाधिकारी को शामिल कर उस संस्था को तोड़ने का प्रयास कर रहा है।
हमारे समाज का दुर्भाग्य है कि हम अपने पूर्वाग्रहो,अहंकार व कभी कभी अर्कमण्यता के कारण तथ्यो को समझने का प्रयास ही नही करते जिसके परिणाम स्वरूप भ्रमित हो जाते है।
कायस्थ एकता व विकास के "कायस्थवृन्द"की कार्यवाही की प्रक्रिया निम्न प्रकार से होती है।
आम कायस्थ की समस्या****संस्था विशेष द्वारा अपने पटल पर उठाया जाना एवम् सर्वसम्मति से निर्णय लेना****इस सर्व सम्मति निर्णय को व्यापक आधार देने के लिये "कायस्थ वृन्द" की बैठक में वही प्रस्ताव रखना जिस पर उपस्थित अन्य संस्थाओ के प्रतिनिधियो आदि द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लेकर उस प्रस्ताव को व्यापक आधार प्रदान करना****"कायस्थवृन्द" की बैठक में पारित इस व्यापक प्रस्ताव को सम्मिलित सभी संस्थाओ आदि द्वारा अपने संस्था विशेष की बैठक में रखना व निर्णय लेना**** अन्त में इस व्यापक निर्णय/प्रस्ताव पर सभी संस्थाओ द्वारा अमली कार्यवाही करना जिससे आम कायस्थ को वास्तविक समाधान मिल सके।
साथियो, जहाँ आज 90% संस्थाएॅ कार्यकर्ता विहीन,उद्देश्यहीन,व कार्यक्रम रहित है ,व परस्पर एक दूसरे संस्था को नापसन्द करते हुये सामंजस्य नही स्थापित कर पा रहे है जिसके परिणाम स्वरूप हमारे विशाल परिवार को लगातार राजनैतिक,सामाजिक,आर्थिक,शैक्षणिक,
बौद्धिक,साम्पत्तिक क्षरण का सामना करना पड़ रहा हैं "कायस्थवृन्द"ही एक मात्र विकल्प हो सकता है।
"कायस्थवृन्द"मेरी जेबी संगठन नही अनेक सतर्क एवम् जागरूक कायस्थो द्वारा कायस्थ हित में किया जाने वाला प्रयास मात्र है और मैं इसका तुच्छ सेवक।
मेरी नजर में जो भी कायस्थ ईमानदारी व निस्वार्थ भाव से व्यक्तिगत अथवा अपनी संस्था के माध्यम से कायस्थ हित के कार्य करता दिखायी पड़ता है मै उसे इस शर्त के साथ "कायस्थवृन्द" से जोड़ने का प्रयास करता हूँ कि "कायस्थवृन्द" से जुड़ने के बाद किसी व्हाट्सेपी/फेसबुकी प्रयास के अधीन किसी अन्य संस्था में पद न स्वीकार करे ,बल्कि अपनी मूल संस्था जहाँ के वे पदाधिकारी है उसी का विकास करे व मजबूत बनाये। किसी भी संस्था को मेरे इस कदम से चिन्तित होने की आवश्यकता नही है क्योकि कायस्थहित में मै जीवनपर्यन्त ऐसा तब तक करता रहूँगा जब तक कायस्थ समाज अपने अधिकार को ना प्राप्त कर ले।
अनुज श्री Yogendra Srivastava जी मेरे प्रिय मित्र श्री Pawan Srivastava जी एक नेकदिल, कर्मठ व सक्रिय कार्यकर्ता है जो आपके महासभा के पदाधिकारी बनने से पूर्व अनेक कार्यक्रमो/बैठको में हमारे साथ सहभागी रहे है। पवन जी के समक्ष "कायस्थवृन्द"का राष्ट्रीय सह संयोजक हेतु मनोनयन स्वीकार करने का अनुरोध किया गया था। ज्ञात रहे कि डा० Arvind Srivastava जी "कायस्थवृन्द" के राष्ट्रीय संयोजक है जो आपकी महासभा के प्रमुख स्तम्भ व पदाधिकारी भी है।
हमें अतीव प्रसन्नता होगी यदि पवन जी उक्त हेतु अपनी सहमति प्रदान करते है क्योकि उनकी सहमति से न केवल "कायस्थवृन्द" अपने "कायस्थ एकता व विकास" के उद्देश्यो व लक्ष्यो को प्राप्त कर सकेगा अपितु उनका संगठन जिसके वे पदाधिकारी है भी मजबूत और विस्तारित होगा।
"कायस्थवृन्द"के प्रति किसी प्रकार की शंका करने के बजाये विश्लेषणात्मक समीक्षा व सहयोग करना समीचीन होगा।
आइये,हम सब मिलकर "कायस्थवृन्द" को अपनाकर अपने विशाल परिवार के प्रगति व एकता हेतु प्रयास करे।
आपका अपना
धीरेन्द्र श्रीवास्तव
मुख्य समन्वयक "कायस्थवृन्द"
webcam teen porn web cam free erotic webcam girls